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रिश्ते

Writer's picture: Sangeeta AgrawalSangeeta Agrawal

Updated: Sep 12, 2020

आज के परिवेश में रिश्तो के होते हुए भी हम बहुत अकेला सा महसूस करते हैं क्योंकि हम बहुत से एहसासों को भूल गए हैं वह बड़ों का डांटना और छोटों का चुपचाप सुनना और वह छोटो का रूठ ना या गुस्सा होना और बड़ों का मनाना यह सब हम कहीं भूल गए हैं परिवार की कोई समस्या हमें समस्या नहीं लगती थी क्योंकि उस समस्या को पूरा परिवार मिलकर एक होकर उसका सामना करता था हम एक दूसरे को सुनते थे और दूसरों की भावनाओं का सम्मान करते थे परंतु आज हमारे पास ना तो दूसरों को सुनने का समय है ना उनकी भावनाओं का सम्मान करने का समय है इसीलिए आज हम अकेले हैं|


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