top of page
Writer's pictureSangeeta Agrawal

अपमान

किसी भी लंबी लड़ाई को लड़ने के लिए आपका अपमान होना बहुत जरूरी है या हम ऐसा भी कह सकते हैं कि हमारे मन के भ्रम का टूटना बहुत जरूरी है। अगर गांधी जी को ट्रेन से बाहर नहीं निकाला जाता तो क्या उनके मन में अपने देश की स्वतंत्रता का विचार दृढ़ होता। द्रौपदी के अपमान से प्रतिशोध और न्याय पाने की जो ज्वाला जली अगर वह ना जलती तो क्या पांडव न्याय के लिए इतनी दृढ़ता से लड़ते । किसी के द्वारा किया गया अपमान आपको उसके मोह से छुडा देता है और आगे बढ़ जाने की प्रेरणा देता है । जब कोई आपका अपमान करें या अपशब्द कहे तो आप परेशान मत होना या उसे दोष मत देना क्योंकि ऐसा करके उसने आपके सोचने का दायरा बढ़ा दिया नहीं तो आप विचारों के एक कुएं में ही बंद रहते इसलिए कभी भी आप किसी सफलता या ऊंचाई को पा जाए तो उन व्यक्तियों का अपने हृदय से धन्यवाद कहना ना भूलें जिनके अपमान और शब्दों ने आपकी नींव मजबूत कर दी थी । आप खुद सोच कर देखिए किसी का अपमान करना और किसी को अपशब्द कहना इतना आसान नहीं है।



12 views0 comments

Recent Posts

See All

समदृष्टि

आज कविता सुबह-सुबह कार्य में व्यस्त थी क्योंकि आज उसकी सासू मां तीर्थ कर लौट रही थी।कविता के दरवाजे की घंटी बजी तो वह हाथ का काम छोड़ कर...

ความคิดเห็น


bottom of page